नमस्कार साथियों 🙏
india’s ancient past by rs sharma in hindi : आज हम अपने इस लेख के माध्यम से इस Gs Center website पर हम किताबों के विवरण की एक श्रृंखला (Series) की शुरुआत कर रहे हैं। इसके अंतर्गत अलग अलग किताबों के बारे में बताया जाएगा तथा उसको online खरीदने के लिए सस्ते से सस्ते Rate पर उपलब्ध कराया जाएगा।
तो आईये शुरू करते हैं –
आज हम इस लेख में बात करेंगे राम शरण शर्मा की पुस्तक ‘भारत का प्राचीन इतिहास’ के बारे में―
प्राचीन भारत का इतिहास ‘राम शरण शर्मा’ Book review : India’s ancient past – R. S. Sharma book review –
■ Note: सबसे पहले मैं ये बताना चाहता हूं कि , इस किताब के संबंध में कही गयी निम्न बातें, मेरे व्यक्तिगत विचार हैं। इसी पुस्तक के संदर्भ में कहीं अन्य video या post में आपको कुछ अलग सुनने अथवा जानने को मिल सकता है।
राम शरण शर्मा प्राचीन भारत का इतिहास : Rs sharma ancient history in hindi –
राम शरण शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “भारत का प्राचीन इतिहास” एक बहुत ही शानदार पुस्तक है। प्राचीन भारतीय इतिहास के अध्ययन के लिए यह एक बेहद अच्छी किताब है।
सबसे पहले हम इसकी मुख्य मुख्य जानकारियां देख लेते हैं–
➠ Author : राम शरण शर्मा
➠ Total pages : 353
➠ Page Quality : Excellent
➠ Useful for : Civil services exams and For knowledge of Ancient history
➠ language : Hindi & English
➠ Total Chapters : 33
➠ Publisher : Oxford india paperbacks
Ancient history by RS Sharma in hindi pdf Download : भारत का प्राचीन इतिहास राम शरण शर्मा pdf download (free) –
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राम शरण शर्मा कृत “प्राचीन भारत का इतिहास” की विशेषताएं –
यह किताब प्राचीन भारत का सामान्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए एक बेहतर स्रोत है। इस पुस्तक को पढ़कर भारत के गरिमामयी इतिहास का प्रारंभिक भाग , जोकि ‘प्राचीन भारतीय इतिहास’ के नाम से जाना जाता है , की एक अच्छी समझ स्थापित की जा सकती है।
★ यह बहुत ही रोचक किताब है जिसको पढ़ते समय आप बिल्कुल भी ऊब जैसा महसूस नहीं करेंगे। मतलब कि आप इसकी Novel reading कर सकते हैं।
★ इस किताब में maps और चित्रों के माध्यम से प्राचीन इतिहास की व्याख्या की गई है जिससे यह बहुत ही स्पष्ट और रोचक बन जाती है।
किताब की भाषा :
यह किताब अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओं में आती है। चूंकि यहां हम राम शरण शर्मा की पुस्तक भारत का प्राचीन इतिहास के हिंदी पुस्तक का Review कर रहे हैं अतः हम इसी के बारे में बात करेंगे।
इस किताब की भाषा बहुत ही सरल , प्रवाहपूर्ण और रोचक है। इसी भाषायी विशेषताओं के कारण ही यह पुस्तक प्राचीन भारतीय इतिहास को बेहद आसानी से समझाने में समर्थ है।
सरल भाषा के साथ साथ यह बहुत ही संतुलित ढंग से लिखी गयी है जो कि इसे लोकप्रिय बनाती है।
इस किताब की सामग्री (Contents) –
यदि बात करें इस प्राचीन भारतीय इतिहास पुस्तक के Content की तो इसकी विवरण सामग्री बहुत ही शानदार है। इस किताब में प्राचीन भारत के आधारभूत Concepts का बहुत ही अच्छी तरह से वर्णन किया गया है यही इसे सभी किताबों से अलग बनाता है।
इसमें प्राचीन भारत के सभी Topics कालानुक्रमिक ढंग से क्रमबद्ध तरीके से वर्णित किये गए हैं। इस किताब को पढ़ने के बाद भारत के प्राचीन इतिहास के कालानुक्रम की व सभी Concepts की बेहतरीन समझ प्राप्त की जा सकती है।
इसमें दिए गए कुल 33 chapters हैं। ये निम्नवत् हैं–
- प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्त्व
- प्राचीन भारतीय इतिहास के आधुनिक इतिहासकार
- इतिहास का निर्माण उसके स्रोत
- भौगोलिक ढाँचा
- पारिस्थितिकी और पर्यावरण
- भाषाई ढाँचा
- मानव का उद्भव और विकास: प्राचीन प्रस्तर युग
- नवपाषाण युग: प्रथम खाध उत्पादक एवं पशुपालक
- ताम्रपाषण कृषक संस्कृतियां
- हड़प्पा संस्कृति : कासीयुगीन नगरीकरण
- आर्य संस्कृति की पहचान
- ऋग्वैदिक युग
- उत्तर वैदिक अवस्था: राज्य और वर्णव्यवस्था की ओर
- जैन और बौद्ध धर्म
- जनपद राज्य और प्रथम मगध साम्राज्य
- ईरानी और मकदूनियाई आक्रमण
- बद्धकाल में राज्य और वर्ण-समाज
- मौर्य युग
- मौर्य शासन का महत्त्व
- मध्य एशिया से संपर्क और उनके परिणाम
- सातवाहन युग
- सुदूर दक्षिण में इतिहास का आरम्भ
- शिल्प, व्यापर और नगरों का विकास
- गुप्त साम्राज्य का उद्भव और विकास
- गुप्तकालीन का जीवन
- पूर्वी भारत में सभ्यता का प्रसार
- हर्ष और उसका काल
- प्रायदीप में नए राज्यों के गठन और ग्राम विस्तार
- दर्शन का विकास
- भारत का एशियाई देशों से सांस्कृतिक संपर्क
- प्राचीन से मध्यकाल की ओर
- प्राचीन काल में सामाजिक बदलाव का सिलसिला
- प्राचीन भारत की विरासत
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि इसमें प्राचीन भारत की सामाजिक , आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक व सांस्कृतिक आदि जानकारियों से संबंधित सभी विषय सम्मिलित हैं।
इस पुस्तक को किसे खरीदना और पढ़ना चाहिए :
सामान्यतः तो यह कहना कठिन है कि प्राचीन भारत की इस बेहतरीन किताब को कौन खरीदे?
किन्तु साधारणतया ऐसा होना बेहद कठिन है कि कोई प्रतियोगी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा हो और इस पुस्तक को न पढ़े। और इसके अलावा हम जानते हैं कि पूरे भारत मे घटित होने वाली सभी परीक्षाएं दिन प्रति दिन बहुआयामी हो रही हैं और अत्यधिक Competition के कारण कठिन होती जा रही हैं।
साथ ही हम यह भी जानते हैं कि प्रत्येक परीक्षा में इतिहास की भूमिका भी बढ़ती ही जा रही है। और पूरे भारतीय इतिहास को अच्छे से समझने के लिए हमें प्राचीन भारतीय इतिहास का अच्छा ज्ञान होना बहुत आवश्यक है। क्योंकि हम अच्छी तरह से जानते हैं कि किसी भी इमारत की नींव की मजबूती ही उसकी वास्तविक मजबूती होती है। और भारतीय इतिहास रूपी इमारत में प्राचीन भारतीय इतिहास नींव का ही कार्य करता है।
ऐसे में आज के समय की मांग के अनुसार किसी भी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को भारत के प्राचीन इतिहास की अच्छी समझ होनी चाहिए। और यही समझ स्थापित करने का कार्य राम शरण शर्मा की पुस्तक “भारत का प्राचीन इतिहास” करती है।
संक्षेप में कहें तो यह पुस्तक उन सभी विद्यार्थियों को खरीदनी और पढ़नी चाहिए जो किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं को यदि स्पष्ट करें तो UPSC, State PCS exams , SSC , BANK , RAILWAY, तथा किसी भी अन्य परीक्षा की तैयारी हेतु भी आप इस किताब को पढ़ सकते हैं।
★ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए तो यह पुस्तक अति आवश्यक है।
उपरोक्त के अलावा अगर कोई व्यक्ति भारत के इतिहास का ज्ञान प्राप्त करना चाहता है तो उसे राम शरण शर्मा के प्राचीन भारत से शुरू करना चाहिए।
कहाँ से खरीदें यह किताब :
यह किताब भारत की लोकप्रिय किताबों में से एक है। इस कारण यह लगभग सभी जगहों पर उपलब्ध है। आप इस किताब को Online भी खरीद सकते हैं और दुकान या book stores से भी।
किन्तु मैं Online खरीदने के लिए Recommend करूँगा। आपकी सभी की सुविधा हेतु मैं इस लेख में इस पुस्तक की सबसे कम price की link दे दूंगा जिससे आप आसानी से और सबसे कम पैसे में खरीद सकते हैं।
इस किताब का अतीत और वर्तमान :
★ सबसे पहले यह किताब NCERT , कक्षा 11 के पाठ्यक्रम में शामिल थी। अतः यह Old ncert के format में आती थी।
★ उसके बाद जब NCERT में किताबों और पाठ्यक्रम में परिवर्तन हुआ तो इस किताब को ओरिएंट ब्लैकस्वान प्रकाशन ने “प्रारंभिक भारत का परिचय” नाम से प्रकाशित किया।
★ उसके बाद इसे Oxford india पब्लिकेशन ने “भारत का प्राचीन इतिहास” नाम से प्रकाशित करना आरंभ किया।
★ वर्तमान में भी यह Oxford india पब्लिकेशन द्वारा “भारत का प्राचीन इतिहास” नाम से प्रकाशित होती है जो कुछ इस प्रकार दिखती है―
■ किन्तु बता दें कि शुरुआत से अब तक उपरोक्त परिवर्तनों और बदलावों के बाद भी इसके Content में कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ है। जो जैसा विवरण पहले कक्षा 11 की Ncert में था बिल्कुल वही Contents अब भी इस किताब में है।
अर्थात आप उपरोक्त चरणों की किसी भी किताब को ख़रीदें आपको पढ़ने को वही मिलेगा।
और बता दें कि NCERT वाले format में ये किताब सस्ती मिलती है। हमने सुविधा हेतु दोनों की buy link नीचे दे दिया है आप इसे जरूर खरीद लें।
इस किताब की कमियां –
इस किताब की अच्छाईयों की चर्चा तो हम कर चुके किन्तु इसमें कुछ एक कमियां भी हैं।
बता दें यह किताब प्राचीन इतिहास के सभी मूलभूत Concepts (संकल्पना , विचारधारा , सिद्धांतों) को समझने के लिए तो पर्याप्त है किंतु इसमें Data , facts ये कम देखने को मिलते हैं। लिहाज़ा यह ऐसे MCQs अथवा वैकल्पिक प्रश्नों को हल करने में कभी कभी नाकाम साबित हो सकती है जिसमें Facts पूछे गए हों। किन्तु आज के समय में Conceptual questions परीक्षाओं में पूछे जाते हैं (विशेष कर सिविल सर्विसेज के exams में) तो ऐसे प्रश्नों को हल करने के लिए यह किताब समर्थ है।
निष्कर्ष : india’s ancient past by rs sharma in hindi
निष्कर्षतः हम कहें तो यह किताब “प्राचीन भारतीय इतिहास” को समझने के लिए अनेकों विद्वानों और Toppers द्वारा best book मानी जाती है। यह किताब upsc और state psc के अभ्यर्थियों के लिए श्री राम शरण शर्मा द्वारा दिया गया एक वरदान से कम नहीं है।
मेरे विचार से इस किताब को सभी एकदिवसीय परीक्षा व अन्य परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को अवश्य खरीदनी और पढ़नी चाहिए।
इस किताब को सबसे सस्ते दाम में खरीदने के लिए नीचे दिए गए लिंक से खरीदें। यहां से खरीदने पर आप Maxximum discount पा सकते हैं।
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धन्यवाद🙏
आकाश प्रजापति
(कृष्णा)
ग्राम व पोस्ट किलहनापुर, कुण्डा प्रतापगढ़
छात्र: प्राचीन इतिहास कला संस्कृति व पुरातत्व विभाग, कलास्नातक द्वितीय वर्ष, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय