नमस्कार विद्यार्थियों 🙏
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारत की सबसे बड़ी परीक्षा के UPSC के बारे में सभी कुछ जानकारियां (UPSC information in hindi) विस्तार पूर्वक बताएंगे। तो आपसे आशा है कि पोस्ट को अंत तक पढ़ेंगे।
“आप सिविल सर्विसेज की परीक्षा में सफल हों” इसी शुभकामना के साथ चलिए जानते हैं UPSC information बारे में।
UPSC : UPSC information in hindi
UPSC का पूरा नाम (UPSC Full form) Union public service commission है जिसे हिन्दी में संघ लोक सेवा आयोग भी कहते हैं।
यह भारत के संविधान द्वारा स्थापित एक ऐसा निकाय या संस्था है जो देश की सबसे बड़ी नौकरी सिविल सर्विस के साथ साथ अन्य कई परीक्षाओं को आयोजित व संचालित करता है।
आईये जानते हैं UPSC Civil services के बारे में―
Upsc का syllabus (पाठ्यक्रम) जानने से पहले उसकी परीक्षा प्रणाली को समझते हैं।
Upsc की परीक्षा 3 चरण में पूर्ण होती है जो निम्न हैं-
1. प्रारम्भिक परीक्षा (Prelims exam)
2. मुख्य परीक्षाएं (Mains exams)
3. सत्क्षात्कार (Interview)
आईये अब एक एक चरण के विषय मे विस्तार पूर्वक समझते हैं।
प्रारंभिक परीक्षा : Preliminary examination
यह सिविल सेवा परीक्षा (Civil service examination) का प्रथम चरण है। इसकी प्रकृति वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective type) की होती है।
इस चरण में 2 परीक्षाएं देनी होती हैं
● UPSC (IAS) Prelims booklist in hindi
(i) सामान्य अध्ययन (General studies)
(ii) सीसैट (CSAT)
ये दोनों प्रश्न 200―200 अंक के होते हैं अतः यह प्रारंभिक परीक्षा कुल 400 अंको की होती है। जिसमें प्रथम पेपर में अर्थात सामान्य अध्ययन वाले प्रश्न में 2―2 अंक के 100 ।प्रश्न होते हैं वहीं दूसरे प्रश्नपत्र में 2.5―2.5 अंक के 80 प्रश्न होते हैं।
इसमें द्वितीय प्रश्न पत्र, जिसे CSAT कहा जाता है, Qualifying Paper (क्वालिफाइंग पेपर) के रूप में होता है। कहने का मतलब इतना है कि इस परीक्षा को सिर्फ 33% अंको से (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) पास करना होता है। इसका prelims के cut off निर्धारण में कोई भूमिका नहीं होती है।
प्रीलिम्स परीक्षा का कट-ऑफ सिर्फ प्रथम प्रश्न पत्र, जिसे सामान्य अध्ययन (General studies) पेपर कहा जाता है, से निर्धारित होता है। जिस न्यूनतम अंक पर उम्मीदवार का चयन हो सकता है उसी अंक को ही कट-ऑफ (Cut-off) कहा जाता है।
क्या है Objective type परीक्षा ?
बता दें कि यह परीक्षा objective tipe होती है अर्थात दोनों पेपर में प्रश्न के साथ साथ 4―4 विकल्प होते हैं जिसमें प्रतियोगी छात्र को 1 सही विकल्प के चयन करना होता है। इसी परीक्षा प्रणाली को वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective type) परीक्षा कहते हैं।
Negative marking (नकारात्मक अंकन)―
इन दोनों प्रश्नपत्रों में negative marking (नकारात्मक अंकन) की व्यवस्था होती है। इसमें प्रत्येक 3 प्रश्न गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जाते हैं।
साधारण शब्दों में कहें तो सामान्य अध्ययन पेपर में प्रत्येक सही प्रश्न के 2 अंक उम्मीदवार को मिलते हैं तथा प्रत्येक गलत प्रश्न के 0.67 अंक काट लिए जाते हैं।
यदि बात करें CSAT की तो इसमें प्रत्येक सही प्रश्न के 2.5 अंक मिलते हैं तथा प्रत्येक गलत अंक के 0.83 अंक काट लिए जाते हैं।
इस प्रकार की नकारात्मक अंकन व्यवस्था को 0.33 या 1/3 negative marking कहते हैं।
UPSC Mains Exam : UPSC Mains Syllabus
UPSC Prelims परीक्षा में कट ऑफ से ज्यादा अंक पाकर उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी इसके अगले चरण UPSC MAINS की परीक्षाएं देते हैं।
इस चरण के अंतर्गत कुल 9 परीक्षाएं होती हैं। इनमें से 7 परीक्षाएं 250 अंको की होती हैं तथा 2 परीक्षाएं 300 अंको की होती हैं। इनमें से 7 परीक्षाओं , जिनके अंक 250-250 होते हैं , उन्ही के अंक फाइनल सेलेक्शन कट ऑफ (final selection Cut off) के लिए इंटरव्यू के अंको के साथ जोड़े जाते हैं।
शेष 2 परीक्षाएं Qualifying nature की होती हैं। अर्थात केवल उन्हें minimum marks से उत्तीर्ण करना होता है। इस प्रकार UPSC MAINS EXAM कुल 1750 अंको का होता है।
UPSC Mains Exam pattern : upsc syllabus
बता दें कि UPSC prelims की परीक्षा तो वस्तुनिष्ठ प्रकार की या Objective type होती है किंतु UPSC Mains exam लिखित रूप में होता है।
इसमें प्रश्नपत्र के प्रश्नों का उत्तर अपने शब्दों में लिखना होता है। प्रत्येक उत्तर के लिए शब्द निर्धारित होते हैं। कुछ प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों में , कुछ के 200 शब्दों में तथा कुछ के 250 शब्दों में लिखना होता है। इस प्रकार यह परीक्षा एक बहुआयामी व उच्च स्तर की परीक्षा होती है जिसे उत्तीर्ण कर अभ्यर्थी सीधे Interview या Personality test (PT) के लिए eligible हो जाता है।
UPSC Mains papers :
UPSC IAS के मेंस के इस चरण में निम्न परीक्षाएं होती हैं–
1. Essay paper (निबंध) : 250 Marks
2. Gs paper 1 (सामान्य अध्ययन प्रथम) : 250 marks
3. Gs Paper 2 (सामान्य अध्ययन द्वितीय) : 250 marks
4. Gs Paper 3 (सामान्य अध्ययन तृतीय) : 250 Marks
5. Gs Paper 4 (सामान्य अध्ययन चतुर्थ) : 250 Marks
6. Optional Subject Paper 1 (वैकल्पिक विषय प्रथम प्रश्नपत्र) : 250 Marks
7. Optional Subject Paper 2 (वैकल्पिक विषय द्वितीय प्रश्नपत्र) : 250 Marks
8. Indian Language (कोई एक भारतीय भाषा) : 300 Marks
9. English (अंग्रेजी) : 300 Marks
UPSC Interview | Personality Test :
UPSC Mains परीक्षा में जो अभ्यर्थी Minimum cut off मार्क्स अर्जित कर क्वालीफाई करता है वह UPSC के चयन प्रक्रिया के फाइनल स्टेप में जाता है। यह होता है Interview या Personality test का चरण। यह 250 अंको का होता है।
इसके लिए एक विशिष्ट पैनल बैठाया जाता है वह अभ्यर्थी का साक्षात्कार करके उसके अंदर की आवश्यक Qualities को देखकर उसे नंबर दते हैं। यही प्राप्त अंक फाइनल सेलेक्शन में जोड़ा जाता है।
UPSC Final Selection list :
जब अभ्यर्थी इंटरव्यू दे देता है तो उसको फाइनल सेलेक्शन result का इंतजार करना होता है। कुछ दिनों बाद UPSC आयोग final selection list जारी करता है जिसमें सभी उम्मीदवार अपना अपना नाम Roll number के साथ check करते हैं। उस list में जिस व्यक्ति का नाम रहता है वही upsc selected होता है। तथा उसे रैंक के अनुसार post व cadar दिया जाता है।